दिन का चोगड़िया (Din Ka Choghadiya) हिंदू पंचांग के अनुसार शुभ और अशुभ समय को दर्शाता है। यह मुहूर्त विवाह, यात्रा, नया कार्य शुरू करने जैसे महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उपयोगी होता है। चोगड़िया को 8 भागों में बांटा गया है, जिसमें अमृत, शुभ, लाभ और चर श्रेष्ठ माने जाते हैं।
दिन का चोगड़िया (Din Ka Choghadiya) – पूरी जानकारी
1. दिन का चोगड़िया (सूर्योदय से सूर्यास्त तक)
चोगड़िया प्रकार | समय अवधि | शुभ/अशुभ | उपयुक्त कार्य |
---|---|---|---|
उदय | सुबह 6:00 – 7:30 | शुभ | नया व्यापार, शिक्षा |
चर | 7:30 – 9:00 | शुभ | यात्रा, निर्माण |
लाभ | 9:00 – 10:30 | अति शुभ | विवाह, मांगलिक कार्य |
अमृत | 10:30 – 12:00 | सर्वश्रेष्ठ | धार्मिक कार्य, दान |
काल | 12:00 – 13:30 | अशुभ | टालें बड़े काम |
रोग | 13:30 – 15:00 | अशुभ | स्वास्थ्य संबंधी कार्य न करें |
कौल | 15:00 – 16:30 | मध्यम | सामान्य कार्य |
यमगंड | 16:30 – 18:00 | अशुभ | अशुभ माना जाता है |
2. रात का चोगड़िया (सूर्यास्त से सूर्योदय तक)
चोगड़िया प्रकार | समय अवधि | शुभ/अशुभ | उपयुक्त कार्य |
---|---|---|---|
उदय | 18:00 – 19:30 | शुभ | ध्यान, पूजा |
चर | 19:30 – 21:00 | शुभ | यात्रा, मनोरंजन |
लाभ | 21:00 – 22:30 | अति शुभ | विवाह, शुभ कार्य |
अमृत | 22:30 – 24:00 | सर्वश्रेष्ठ | जप-तप, दान |
काल | 00:00 – 01:30 | अशुभ | नकारात्मक प्रभाव |
रोग | 01:30 – 03:00 | अशुभ | निद्रा लें |
कौल | 03:00 – 04:30 | मध्यम | सामान्य कार्य |
यमगंड | 04:30 – 06:00 | अशुभ | टालें महत्वपूर्ण कार्य |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. दिन का चोगड़िया क्या होता है?
दिन का चोगड़िया हिंदू मुहूर्त शास्त्र के अनुसार शुभ और अशुभ समय को दर्शाता है, जो विभिन्न कार्यों के लिए मार्गदर्शन करता है।
2. कौन सा चोगड़िया सबसे अच्छा माना जाता है?
अमृत और लाभ चोगड़िया को सबसे शुभ माना जाता है, जबकि काल और रोग अशुभ होते हैं।
3. क्या रात के समय भी चोगड़िया देखा जाता है?
हां, रात का चोगड़िया भी मुहूर्त निर्धारण में महत्वपूर्ण होता है, खासकर शुभ कार्यों के लिए।
Din Ka Choghadiya जानकर आप अपने दैनिक कार्यों को सही समय पर कर सकते हैं और अशुभ प्रभावों से बच सकते हैं। 🌞📿