करवा चौथ एक प्रमुख हिंदू त्योहार है जिसे विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखद वैवाहिक जीवन के लिए मनाती हैं। 2025 में करवा चौथ 10 अक्टूबर, शुक्रवार को पड़ रही है। इस दिन महिलाएं सुबह सूर्योदय से लेकर चंद्रोदय तक निर्जला व्रत रखती हैं और शाम को चंद्रमा को अर्घ्य देकर ही व्रत तोड़ती हैं। पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 5:43 PM से 6:58 PM तक रहेगा, जबकि चंद्रमा लगभग 8:33 PM पर नजर आएगा 17।
यह त्योहार खासतौर पर उत्तर भारत में बड़े उत्साह से मनाया जाता है, जहाँ महिलाएं मेहंदी, सिंदूर और सोलह श्रृंगार करके इस दिन को खास बनाती हैं। करवा चौथ का व्रत न सिर्फ पति-पत्नी के बंधन को मजबूत करता है, बल्कि इसमें सामाजिक एकजुटता का भी महत्व है 58।
Karva Chauth Kab hai-करवा चौथ 2025 की तिथि और समय
विवरण | तिथि और समय |
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करवा चौथ की तिथि | 10 अक्टूबर 2025, शुक्रवार |
व्रत समय | 6:19 AM से 7:25 PM तक |
पूजा मुहूर्त | 5:43 PM से 6:58 PM तक |
चंद्रोदय समय | 8:33 PM (अनुमानित) |
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
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करवा चौथ क्यों मनाई जाती है?
करवा चौथ का व्रत पति की लंबी आयु और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए रखा जाता है। इसकी शुरुआत प्राचीन काल में युद्ध में जाने वाले पतियों की सुरक्षा की कामना से हुई थी 38। -
क्या अविवाहित लड़कियां करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं?
हाँ, अविवाहित लड़कियां भी अच्छे वर की कामना से यह व्रत रख सकती हैं 510। -
व्रत तोड़ने का सही तरीका क्या है?
चंद्रमा को अर्घ्य देने के बाद, पति के हाथ से पानी पीकर और मीठा खाकर व्रत तोड़ा जाता है। इस दौरान चंद्रमा और पति को छलनी से देखने की परंपरा है 79।
करवा चौथ कब है – इस सवाल का जवाब अब आपको मिल गया होगा। यह त्योहार प्रेम और समर्पण का प्रतीक है, जो हर साल नई उमंग के साथ मनाया जाता है।