विराट कोहली, जिन्हें ‘किंग कोहली’ और ‘रन मशीन’ के नाम से जाना जाता है, भारतीय क्रिकेट के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि Virat Kohli Ka Career Kisne Banaya (विराट कोहली का करियर किसने बनाया?) उनकी यह उपलब्धि कई लोगों के समर्थन, मेहनत और सही मार्गदर्शन का परिणाम है।
कोहली के करियर को बनाने में किनका योगदान रहा?
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परिवार का सहयोग – विराट के पिता प्रेम कोहली ने उन्हें क्रिकेट एकेडमी ज्वाइन करवाया और हमेशा प्रोत्साहित किया। पिता के निधन के बाद भी उनकी माँ सरोज कोहली ने उनका साथ दिया 1016।
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कोच राजकुमार शर्मा – वेस्ट दिल्ली क्रिकेट एकेडमी में राजकुमार शर्मा ने कोहली को तकनीकी और मानसिक रूप से मजबूत बनाया 916।
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महेंद्र सिंह धोनी – 2012 में जब सेलेक्टर्स कोहली को टीम से हटाना चाहते थे, तब धोनी ने उन पर भरोसा जताया और उन्हें मौका दिया, जिसके बाद कोहली ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा 8।
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खुद की मेहनत – विराट ने अपनी फिटनेस, डाइट और गंभीरता से क्रिकेट को लेकर एक नया मानक स्थापित किया।
विराट कोहली के करियर की महत्वपूर्ण उपलब्धियाँ (तालिका)
पहलू | विवरण |
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अंतरराष्ट्रीय डेब्यू | 2008 में श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू 19 |
पहला वनडे शतक | 2009 में श्रीलंका के खिलाफ 5 |
कप्तानी | 2014 में टेस्ट और 2017 में सभी फॉर्मेट्स की कप्तानी संभाली 2 |
रिकॉर्ड | वनडे में सबसे तेज 10,000 रन, सबसे ज्यादा शतक (51) 29 |
विश्व कप जीत | 2011 (ODI), 2013 (Champions Trophy), 2024 (T20) 515 |
निष्कर्ष
Virat Kohli Ka Career Kisne Banaya (विराट कोहली का करियर किसने बनाया), इसका श्रेय उनके परिवार, कोच, धोनी और खुद उनकी लगन को जाता है। उनकी कहानी हर युवा खिलाड़ी के लिए प्रेरणा है कि सही मार्गदर्शन और मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
1. क्या विराट कोहली का करियर शुरुआत में संघर्षपूर्ण रहा?
हाँ, 2006 में पिता के निधन के बाद विराट ने कड़ी मेहनत की और दिल्ली की टीम में जगह बनाई। 2012 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब फॉर्म के कारण सेलेक्टर्स उन्हें हटाना चाहते थे, लेकिन धोनी के समर्थन से वह टीम में बने रहे।
2. विराट कोहली के करियर में सबसे बड़ा टर्निंग पॉइंट क्या था?
2008 में अंडर-19 विश्व कप जीतने के बाद उन्हें भारतीय टीम में जगह मिली। 2011 वर्ल्ड कप जीत और 2014 में टेस्ट कप्तानी मिलने के बाद उनका करियर नई ऊँचाइयों पर पहुँचा।
3. कोहली को ‘चेज मास्टर’ क्यों कहा जाता है?
विराट ने वनडे में 300+ के लक्ष्य को आसानी से पूरा करने की क्षमता दिखाई है। उन्होंने 183 रन बनाकर पाकिस्तान के खिलाफ जीत दिलाई, जो उनकी सबसे यादगार पारियों में से एक है।